It shall be the duty of every citizens of India- to uphold and protect the sovereignty, unity and integrity of India.
नई दिल्ली : 14 अक्टूबर पीपुल्स राइट्स फ्रंट (P.R.F.) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने भ्रष्टाचार से लड़ रही टीम "अन्ना"के प्रमुख सदस्य और जाने-माने वकील श्री प्रशांत भूषण द्वारा वाराणसी में अभी हाल ही में कश्मीर मामले पर दिए गए उनके बयान कि कश्मीर में जनमत संग्रह करवाया जाए, और यदि वहां के लोग भारत की प्रभुसत्ता को स्वीकार नही करते और भारत से अलग होना चाहते हैं तो जम्मू-कश्मीर को देश से अलग कर आज़ाद कर दिया जाए दिया जाए !प्रशांत भूषण के उक्त बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनके इस बयान को राष्ट्रद्रोह करार दिया है!
गुलाटी ने प्रशांत भूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस के जिल्ला उत्तर-पूर्वी के अंतर्गत आने वाले थाना मानसरोवर पार्क में कल देर शाम एक शिकायत DD संख्या 51 B दर्ज करते हुए उनके कश्मीर पर दिए बयान को राष्ट्रद्रोह बताया है,और पुलिस से इस विषय की गंभीरता को देखते हुए प्राथमिकी FIR दर्ज करने की मांग की है!
गुलाटी ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्नंग है ,और इस मामले पर किसी को भी अपने तुछ स्वार्थ साधने की खातिर इस तरह के राष्ट्रविरोधी बयान देने का अधिकार नही है ,उन्होंने कहा कि जिस जम्मू-कश्मीर को भारत से जोड़े रखने के लिए आज़ादी के बाद से लेकर आज-तक अनगिनत सुरक्षा-बलों एवं सेना के ज़वानों ने अपने प्राणों की आहुति दी !
उन्होंने कहा कि न जाने कितने मासूम आम लोगों को इन 65 वर्षों में कश्मीर के लिए अपनी जाने गवानी पड़ीं , और यह प्रशांत भूषण बंद कमरे में बैठकर मुंह हिलाते हुए प्रेस के समक्ष कहते हैं कि कोई बात नही कश्मीर पाक परस्त अलगाववादियों को दे दो !
गुलाटी ने कहा कि वे हिंसा के पक्ष में कतई नही हैं , प्रशांत भूषण के साथ उनके चैंबर में जो कुछ भी हुआ,वो उनके कश्मीर पर दिए गए राष्ट्रविरोधी बयान के प्रति राष्ट्रप्रेम से औत-प्रोत युवकों की प्रतिक्रिया भर मात्र थी ,उन्होंने कहा कि अगर किसी ने भी कभी भी, खुद को देश का ठेकेदार समझ इस तरह की उल-जलूल बयानबाज़ी की तो अपने उस कृत्य के लिए वह स्वयं जिम्मेवार होगा !
गुलाटी ने कहा कि प्रशांत स्वयं एक जाने माने वकील हैं और उन्हे इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि संविधान के अनुछेद 51A के अंतर्गत बोलने कीआज़ादी के साथ -साथ कुछ व्यक्ति के राष्ट्र के प्रति कर्तव्य भी बताए गए हैं !
It shall be the duty of every citizens of India- to uphold and protect the sovereignty, unity and integrity of India.
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