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भारत के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं इस्लामिक कट्टरपंथी...!

भारत में न तो इस्लाम और न ही उसको मानने वालों पर कोई खतरा है, लेकिन इस्लामिक कट्टरपंथी मुसलमान जरूर भीतर ही भीतर भारत के लिए एक बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं!मैंने महसूस किया है कि भारत में कुछ  मुसलमान जो कि मज़हबी कट्टरता का लबादा ओढ़े हैं सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे, उनकी सहानुभुति भारत के साथ कम इस्लामिक राष्ट्रों के साथ कुछ ज़्यादा है।.... कहते हैं फिलिस्तीन ज़िन्दाबाद... ठीक है भाई, फिलिस्तिन जिन्दाबाद कोई बात नहीं.... खूब बोलो खूब हमदर्दी जताओ!लेकिन उन्हें भारत माता की जय बोलने और वन्दे मातरम् बोलने से चिड़ मचती है... छाती ठोक कर कहते हैं कि नहीं बोलेंगे.... और यदि आप उन्हें कहें कि भारत माता की जय नहीं बोलोगे तो किसी इस्लामिक देश की नागरिकता ले लो और वहां चले जाओ। सीना ठोककर कहते हैं कि वहां भी नहीं जाएंगे! मतलब साफ है कि वो भीतर ही भीतर भारत के बहुसंख्यक हिन्दू समाज  के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं! उनके मंसूबे कुछ और ही बयान कर रहे हैं। इस तरह के लोग अपने मादर-ए-वतन से प्रेम करने वाले अमनपसंद मुसलमानों के भी कट्टर दुश्मन हैं।जो मुसलमान अपने मादर-ए-वतन के प्रति प्रेम नहीं र...
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पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर POK में चल रही आतंकवाद की फैक्ट्रियों के सामूल नाश का समय आ गया है: अभिमन्यु गुलाटी

नई दिल्ली 24 अप्रैल : पीपुल्स राइट्स फ्रंट (P.R.F) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने अपने ब्लाग के माध्यम से प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी से "आतंकवाद के पोषक राष्ट्र पाकिस्तान" से सभी तरह के संबंध खत्म करने की मांग की है। गुलाटी ने कहा कि कश्मीर घाटी के पहलगाम में निर्दोष और मासूम पर्यटकों पर कायराना हमला कर पाकिस्तान देश के 140 करोड़ लोगों को आंखे दिखा रहा है जिसे कोई भी स्वाभीमानी सरकार या जनता कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि हम सब यह जानते हैं की पकिस्तान हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता; पूर्व के युद्धों के परिणामों को शायद वह भूल गया है। गुलाटी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपने ब्लॉग के माध्यम से कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को उसकी नापाक हरकतों के लिए दण्डित कर पाक अधिकृत कश्मीर POK में चल रहे आतंकवाद के कारखानो को नष्ट  किया जाए, और उसे सबक सिखाया जाए। गुलाटी ने कहा की  राष्ट्रहित में पकिस्तान के साथ  सभी तरह के राजनीतिक, कूटनीतिक, व्यावसायिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को ख़त्म  कर उसे आतंकवादी राष्ट्र घोषित करवाने के लिए विश्व मंच पर UNO में...

गुलाटी ने पंजाब के अमृतसर में डॉ. भीम राव अम्बेडकर की मूर्ती पर हथौड़े मारने की घटना पर अपना जबरदस्त रोष प्रकट करते हुए भगवंत मान सरकार की बर्खास्तगी की मांग की।

नई दिल्ली: #पंजाब के अमृतसर में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति पर चढ़, हथौड़े मारने की घटना पर पीपुल्स राइट्स फ्रंट (P.R.F) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने जबरदस्त रोष प्रकट करते हुए इस घटना के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी #AAP की भगवंत मान सरकार को आड़े हाथों लिया है। गुलाटी ने आज अपने कार्यालय से प्रेस सहित सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में कहा कि जिस दिन से पंजाब में केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी AAP की भगवंत मान सरकार सत्ता में आई है उसी दिन से पंजाब में राष्ट्र विरोधी शक्तियां बेलगाम हो गई हैं और पंजाब की भगवंत मान सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि #अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर की ओर जाने वाली हेरिटेज स्ट्रीट पर टाउन हॉल में दिनदहाड़े डॉ. भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा को नुक़सान पहुंचाने की इस घटना के पीछे राष्ट्र विरोधी शक्तियों का हाथ है जो देश के अमन-चैन को भंग करना चाहते हैं। गुलाटी ने कहा कि अपने कार्यालय में कुर्सी के पीछे संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. #भीमराव_अम्बेडकर का चित्र लगाने वाले केजरीवाल में यदि तनिक भी नैतिकता बची है तो इस घट...

नेता अपने पद का उपयोग जनहित में करें न कि व्यक्तिगत लाभ के लिए - अभिमन्यु गुलाटी

पीपुल्स राइट्स फ्रंट (P.R.F) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने आज अपने कार्यालय से प्रेस सहित सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में आज की राजनीति और राजनीतिज्ञों के आचरण को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनैतिकता और स्वार्थपरता से बहुत निराश हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति आज एक समाज सेवा का माध्यम ना रहकर विशुद्ध व्यवसाय बन गई है।  आज लोग राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को अच्छी दृष्टि से नहीं देखते। राजनीति आज एक ऐसा क्षेत्र है जहां व्यक्ति को अपनी आत्मा को बेचना पड़ता है और अपने मूल्यों को त्यागना पड़ता है। गुलाटी ने अपने बयान के माध्यम से तमाम राजनीतिक दलों और उनसे जुड़े नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वे अपने पद का उपयोग जनहित में करें, न कि व्यक्तिगत लाभ के लिए।   गुलाटी ने राजनीति में ईमानदारी और पारदर्शिता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि नेता अपने पद का उपयोग जनहित में करें और राजनीति को एक सकारात्मक दिशा में ले जाएं ।

" खून बेचने के लिए नहीं होता है"। केन्द्र सरकार के बल्ड बैंकों सहित अस्पतालों के लिए आए नये दिशा-निर्देशों का गुलाटी ने स्वागत किया।

नई दिल्लीः पीपुल्स राइट्स फ्रन्ट (P.R.F) के अध्यक्ष और देश की राजधानी दिल्ली में, रक्तदान के क्षेत्र में विगत् 30 वर्षों से सक्रिय, स्वयं 110 बार रक्तदान कर चुके, "अटल रक्तदान अभियान" के संयोजक अभिमन्यु गुलाटी  ने केन्द्र सरकार के औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) द्वारा निजी एवं कुछ सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट ब्लड बैंकों द्वारा ब्लड देने के बदले, मरीजों के परिवारजनों से मोटी रकम वसूलने के ऊपर लगाम कसने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए अपनी चिन्ता भी व्यक्त की है। गुलाटी ने का कि केन्द्र सरकार के कल आए इस नए फैसले के बाद ब्लड बैंक या अस्पताल से खून लेने पर अब प्रोसेसिंग शुल्क के अलावा किसी भी तरह का कोई अन्य चार्ज नहीं लगेगा। जिसके चलते रक्त की जरूरत वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को कुछ राहत मिलेगी। गुलाटी ने कहा कि केन्द्र सरकार के औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कल यह स्पष्ट निर्देश जारी किया है और कहा है कि " खून बेचने के लिए नहीं होता है"।  उन्होंने कहा कि तमाम निजी अस्पताल एवं निजी बल्ड बैंक...

क्या यही थी, मदनलाल खुराना और शीला दीक्षित की दिल्ली ?

आज यदि मदनलाल खुराना जी या शीला दीक्षित जी, जीवित होते तो हमारी दिल्ली को यह दिन ना देखने पड़ते। खुराना जी तो दिल्ली को अपना मन्दिर और खुद को उसका पुजारी मानते थे और काम भी करते थे। दिल्ली के विकास और जरूरतों के लिए यह दोनों ही नेता तब भी केन्द्र से भिड़ जाया करते थे। चाहे सरकार किसी भी दल की क्यूं ना रही हो।  आज दिल्ली में जो भी विकास आपको दिखाई देता है। चाहे वो मेट्रो रेल हो, पुल हों, सड़कें हों और उनके नीचे अंडरपास या फिर CNG से चलने वाली पब्लिक ट्रॉंसपोर्ट या अन्य निजी वाहन। सब इन दोनों दिग्गज नेताओं की देन हैं। वर्तमान की दिल्ली की अत्यधिक बहुमत वाली केजरीवाल और केन्द्र की अत्यधिक बहुमत वाली मोदी सरकार की हठधर्मिता, और बदले सहित आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति ने दिल्ली का बेड़ा-गर्क करके रख दिया है। आज कई बार ऐसा लगता है कि हम लोग देश की राजधानी दिल्ली में ना रहकर बिहार के किसी पिछड़े हुए जिले के निवासी हों। आज कोविड_19 कोरोना महामारी की दूसरी खतरनाक लहर के बीच में इन दोनों ही सरकारों के आपसी झगड़े और महामारी में भी नाम कमाने और अपनी छवि बनाने की होड़ ने दिल्ली को ऑक्सीजन के अभाव में श्म...

कोरोना को लेकर जिस तरह की लापरवाही देखी जा रही है वह गंभीर संकट को आमंत्रित करने वाली है: अभिमन्यु गुलाटी

अब कोई नहीं आएगा बचाने...अपनी लड़ाई स्वयं लड़नी पड़ेगी। इसलिए हो जाएं सावधान। मित्रों,  महाशिवरात्रि पर गत दिवस हरिद्वार में कुम्भ का शुभारम्भ शाही स्नान के साथ शुरू हो गया है। इस आयोजन में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोगों की भीड़ हरिद्वार में उमड़ेगी।  कुम्भ मेला भारत के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है लेकिन ये आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब देश में कोरोना की दूसरी लहर ने जोरदार दस्तक दे दी है। गत् दिवस 22 हजार से भी ज़्यादा नए मामले आये हैं जबकि स्वस्थ होकर अस्पतालों से लौटने वालों की संख्या काफ़ी कम है।  केरल, गुजरात और महाराष्ट्र से भी चिन्ताजनक खबरें बराबर आ रही हैं। पूरे देश से लोग कुम्भ में आयेंगे। वहीं असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के कारण कोरोना से बचाव के प्रति वैसे भी लोगों सहित नेताओं और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं में लापरवाही देखी जा रही है।  'मास्क' और शारीरिक दूरी की सलाह की  पूरी तरह उपेक्षा की जा रही है।  ...