नई दिल्ली : मुस्लिम और दलित इसाइयों के लिए मुस्लिम संगठन " ऑल इंडिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा " के बैनर तले कल इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आयोजित सम्मेलन में योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा "कुरान की आयतें पढने" एवं मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत करने वाले उनके बयान पर पीपुल्स राइट्स फ्रंट (P.R.F.) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव / मौलाना रामदेव से देश के बहुसंख्यक हिन्दू समाज से माफ़ी मांगने की मान की है !
आज अपने ब्लॉग सहित प्रेस को जारी एक बयान में गुलाटी ने कहा की योग की आड़ में अपनी दुकान चमकाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव दिन के उजाले में देश की सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रहे हैं और मीडिया /प्रेस में बाने रहने के लिए आए दिन कुछ न कुछ ऐसे ऊल -ज़लूल हरकत अवश्य करते हैं जिसके परिणाम भविष्य में देश की राजनीतिक एवं सामाजिक सरंचना के लिए घातक साबित होंगे !
उन्होंने कहा की कल जिस तरह से मुसलमानों के कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने शिरकत करते हुए कुरान की आयतें पढ़ी और बाबा रामदेव से मौलाना रामदेव दिखने का प्रयास किया और मुस्लिम एवं दलित इसाइयों के आरक्षण की मांग की अगर उनमे इतना माद्दा है और उन्हे लगता है कि मुसलमान उन्हे अपने दिल में रखते हैं तो योग गुरु बाबा रामदेव उनसे अपने शिविरों में गायत्री मंत्र, हनुमान चालीसा या वन्देमातरम का पाठ करवा उनके देश प्रेम का उदहारण प्रस्तुत करें !
गुलाटी ने कहा कि जिन करोड़ों हिन्दुओं ने बाबा रामदेव को फर्श से अर्श तक पहुँचाया अगर बाबा रामदेव अपनी इस तरह की औच्छी हरकतों एवं अपने इस मुस्लिम प्रेम से बाहर नही आये तो देश का बहुसंख्यक हिन्दू समाज उन्हे अर्श से फर्श तक पहुँचाने में तनिक भी गुरेज़ नही करेगा !
गुलाटी ने कहा कि आज के वातावरण को देखते हुए यही बेहतर होगा कि बाबा रामदेव अपने योग गुरु के कार्य पर अपना एवं अपने सहयोगियों का ध्यान केन्द्रित करें !
आज अपने ब्लॉग सहित प्रेस को जारी एक बयान में गुलाटी ने कहा की योग की आड़ में अपनी दुकान चमकाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव दिन के उजाले में देश की सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रहे हैं और मीडिया /प्रेस में बाने रहने के लिए आए दिन कुछ न कुछ ऐसे ऊल -ज़लूल हरकत अवश्य करते हैं जिसके परिणाम भविष्य में देश की राजनीतिक एवं सामाजिक सरंचना के लिए घातक साबित होंगे !
उन्होंने कहा की कल जिस तरह से मुसलमानों के कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने शिरकत करते हुए कुरान की आयतें पढ़ी और बाबा रामदेव से मौलाना रामदेव दिखने का प्रयास किया और मुस्लिम एवं दलित इसाइयों के आरक्षण की मांग की अगर उनमे इतना माद्दा है और उन्हे लगता है कि मुसलमान उन्हे अपने दिल में रखते हैं तो योग गुरु बाबा रामदेव उनसे अपने शिविरों में गायत्री मंत्र, हनुमान चालीसा या वन्देमातरम का पाठ करवा उनके देश प्रेम का उदहारण प्रस्तुत करें !
गुलाटी ने कहा कि जिन करोड़ों हिन्दुओं ने बाबा रामदेव को फर्श से अर्श तक पहुँचाया अगर बाबा रामदेव अपनी इस तरह की औच्छी हरकतों एवं अपने इस मुस्लिम प्रेम से बाहर नही आये तो देश का बहुसंख्यक हिन्दू समाज उन्हे अर्श से फर्श तक पहुँचाने में तनिक भी गुरेज़ नही करेगा !
गुलाटी ने कहा कि आज के वातावरण को देखते हुए यही बेहतर होगा कि बाबा रामदेव अपने योग गुरु के कार्य पर अपना एवं अपने सहयोगियों का ध्यान केन्द्रित करें !