सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित किया जाए : अभिमन्यु गुलाटी

नई दिल्ली : पीपुल्स राइट्स फ्रंट (P.R.F.) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने कल उधमपुर में सैन्य बलों पर हमले के बाद जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद नावेद के बयान कि उसे हिन्दुस्तानियों को मारने में मजा आता है और उसे इस सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता के साथ-साथ कल इसी मामले को लेकर किसी एक टेलीविज़न चैनल पर बहस के दौरान शामिल हुए पाकिस्तानी फोज़ से संबंधित एक पूर्व अधिकारी द्वारा यह बयान देने कि यह तो बस एक  नावेद है हिन्दुस्तान में तो इस समय २५ करोड़ नावेद हैँ के उक्त बयानों की और आतंकवादी हमले जिसमें  कि सुरक्षा-बल के दो जवान भी शहीद हो गए की कटु आलोचना करते हुए पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करने की मांग अमरीका सहित अंतराष्ट्रीय बिरादरी के शान्ति पसंद तमाम देशों से की है।  

गुलाटी ने भारत सरकार से भी मांग करते हुए कहा कि पाकिस्तान की तरफ जब-जब हमने बड़े भाई होने के नाते दोस्ती का हाथ बढ़ाया है पाकिस्तान ने तब-तब हमारी पीठ में छुरा घोंपा है।  उन्होंने कहा कि अपने प्रधानमंत्रित्व काल में वाजपेयी जी पाकिस्तान बस लेकर स्वयं लाहौर गए समझौता एक्सप्रेस रेल चालू की पाकिस्तान की क्रिकेट टीम को भारत आकर क्रिकेट खेलने का मौक़ा दिया बदले में हमारे देश को क्या मिला ? कारगिल , कंधार विमान अपहरण, देश की सर्वोच्च संस्था संसद पर हमला सहित मुंबई का २६/११ गुलाटी ने कहा कि यही है पाकिस्तान का असली चेहरा। 

गुलाटी ने कहा कि अब मेज पर बैठकर हाथ मिलाने और साड़ियों-शालों से बात नहीं बनेगी अब तो आतंकवाद के इस पोषक देश आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान का नामो-निशाँ मिटाना होगा।  उन्होंने कहा कि जब अमरीका सात समुंदर पार से आकर अपने सबसे बड़े दुश्मन ओसामा बिन लादेन को ठिकाने लगा सकता है तो भारत की मज़बूत इरादों वाली नरेंद्र मोदी सरकार क्यों नहीं ?    

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मोदी की भारत को विपक्षहीन कर, अपना एक छत्र राज कायम करने की इच्छा हिलोरें मार रही है" - अभिमन्यु गुलाटी

नई दिल्ली: पीपुल्स राइट्स फ्रन्ट  (P.R.F) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने आज अपने लिखे ब्लाग पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की कथनी और करनी में बहुत बड़ा अंतर है। गुलाटी ने कहा कि मोदी कहते कुछ और हैं करते कुछ और हैं। उन्होंने कि प्रधानमंत्री मोदी जैसा, झूठ बोलने वाला नेता, उन्होंने अपने अभी तक के जीवन में कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल #सत्यपाल_मलिक ने शायद ठीक ही कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को भ्रष्टाचार से कोई फर्क नहीं पड़ता। उनके लिए तो सत्ता ही सब कुछ है। उन्होंने कहा कि अभी चंद दिनों पहले 27 जून की ही तो बात है, जब प्रधानमंत्री मोदी अपनी अमरीका सहित अन्य देशों की विदेश यात्रा से लौटने के बाद, मध्यप्रदेश के भोपाल में, भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, महाराष्ट्र की शरद पवार की पार्टी NCP और उसके नेताओं को पानी पी-पी कर कोस रहे थे।  गुलाटी ने कहा कि वे मोदी #NCP पर ₹ 70,000/-करोड़ के घोटाले सहित अन्य विपक्षी दलों पर लाखों करोड़ के घोटालों का खुल कर आरोप लगा रहे थे। जिसे पूरे देश ने अपने टेलीविज़न की स्क्रीन पर देखा और सुना। और आज महज 5 दिनों के भीतर ही सब

सौतिया डाह की प्रवृति से ग्रसित केन्द्र की मोदी सरकार के पतन का समय शुरू: अभिमन्यु गुलाटी

नई दिल्ली: पीपुल्स राइट्स फ्रन्ट (P.R.F) के प्रमुख अभिमन्यु गुलाटी ने आज अपने ब्लाग सहित मीडिया को जारी एक बयान में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को जमकर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार सौतिया डाह की गंदी प्रवृति से ग्रसित सरकार है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के पतन का समय अब शुरू हो गया है।  गुलाटी ने कहा कि अभी पिछले दिनों ही देश के सर्वोच्च न्यायालय /सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली के उप-राज्यपाल के अधिकारों को लेकर एक फ़ैसला दिया था जिसमें कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि जनता के द्वारा चुनी हुई दिल्ली की आम आदमी #AAP की सरकार को सिवाय भूमि, लोक व्यवस्था और पुलिस को छोड़ दिल्ली की जनता के हित में अपने हर फैसले लेने का पूरा अधिकार होगा। लेकिन दिल्ली सरकार के प्रति सौतिया डाह की प्रवृति से ग्रसित केन्द्र की मोदी सरकार ने कल शुक्रवार को एक अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के उक्त फैसले को भी बदल दिया। जोकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की सरासर अवमानना है। गुलाटी ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार देश के अन्य राज्यों में अपनी शर्मनाक हार सहित पकड़ ढीली होते देख

" खून बेचने के लिए नहीं होता है"। केन्द्र सरकार के बल्ड बैंकों सहित अस्पतालों के लिए आए नये दिशा-निर्देशों का गुलाटी ने स्वागत किया।

नई दिल्लीः पीपुल्स राइट्स फ्रन्ट (P.R.F) के अध्यक्ष और देश की राजधानी दिल्ली में, रक्तदान के क्षेत्र में विगत् 30 वर्षों से सक्रिय, स्वयं 110 बार रक्तदान कर चुके, "अटल रक्तदान अभियान" के संयोजक अभिमन्यु गुलाटी  ने केन्द्र सरकार के औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) द्वारा निजी एवं कुछ सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट ब्लड बैंकों द्वारा ब्लड देने के बदले, मरीजों के परिवारजनों से मोटी रकम वसूलने के ऊपर लगाम कसने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए अपनी चिन्ता भी व्यक्त की है। गुलाटी ने का कि केन्द्र सरकार के कल आए इस नए फैसले के बाद ब्लड बैंक या अस्पताल से खून लेने पर अब प्रोसेसिंग शुल्क के अलावा किसी भी तरह का कोई अन्य चार्ज नहीं लगेगा। जिसके चलते रक्त की जरूरत वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को कुछ राहत मिलेगी। गुलाटी ने कहा कि केन्द्र सरकार के औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कल यह स्पष्ट निर्देश जारी किया है और कहा है कि " खून बेचने के लिए नहीं होता है"।  उन्होंने कहा कि तमाम निजी अस्पताल एवं निजी बल्ड बैंक